astitva
मारा मारी मची हुयी है
केवल एक अस्तित्व की
हर तरफ़ हो रही है लड़ाई
केवाल एक अस्तित्व की
लादेन मुशर्रफ जॉर्ज बुश
सबकी है अस्तित्व की लड़ाई
अपना अस्तित्व बनाने को ही
दुसरे की पहचान मिटाई
ग्यारेह सितम्बर को अमरीका की
वर्ल्ड ट्रेड सेंटर गिराई
विश्व माफिया के अस्तित्व को
मिटाने की ही टू थी कार्रवाई
अपने अस्तित्व का एहसास कराया
जब अफगान पर मिसैएल गिराई
दो अस्तित्व के तकराओ में
हाय निर्दोषों ने जान गंवाई
मिट ना सका है फ़िर भी
अस्तित्व अब तक क्यों बुराई का
कद गिरता ही जाता है क्यों
दिनोदिन भलाई का
ज़ोर जबरदस्ती से जो पाया
क्या वोही अस्तित्व है
चिंतन इसका कर जो सके
क्या ऐसा कोई व्यक्तित्व है
अस्तित्व धूँधना है तोह धूँधो
प्रेम सौहार्द और प्यार का
अस्तित्व छीन ना है तू छीनो
अपने क्रोध और अहेंकार का
है द्रर्ध विश्वास ये मेरा
दिन ऐसा भी आयेगा
मिट न सकेगा अस्तित्व भले का
अस्तित्व बुरों का मिट जायेगा
इस कारण छोडो ये भ्रम
अस्तित्व अपना जमाने का
अस्तित्व रहा है बस उसका
जो हो गया ज़माने का
देखो तू यह दुनिया भी
स्वयं एक अस्तित्व है
लहराता है जो सागर
सरिता का अस्तित्व है
प्रतीक्षा सक्सेना